कल खुलेंगे चुडधार मंदिर के कपाट :
–रिपोर्टर :-सुरेश रंजन/ न्यूज़ टुडे हिमाचल उत्तराखंड 12 अप्रैल 2025
नेरवा:-जहा एक और हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी पुरानी परम्परा के अनुसार विजट महाराज सराह के मन्दिर में बुरांश के फूलों की मालाओं को बैसाखी पर्व पर मन्दिर में लगाने के लिए तैयार किया जाता है तो उसी तरह अनेको वर्षो से चली आ रही परम्परा के अनुसार देवउथनी एकादशी के बाद चूड़धार शिरगुल महाराज मन्दिर के बंद हुए कपाट को खोलने के लिए हाम्बल क्षेत्र के डीमो गाँव के ठुँडू बंधुओं को विधिवत जयकारे के साथ भेजा गया, बताते चले तो बैसाखी पर्व पर हर वर्ष प्रातः 4 से पांच बजे चूड़धार मन्दिर के कपाट खोले जाते है और सराह मे विजट महाराज और शिरगुल महाराज के लिए तैयार किये गए बुराष् के फूलों की माला का सेहरा सराह मे विजट महाराज को और चूड़धार मे शिरगुल महाराज को चढ़ाया जाता है इसकी जानकारी विजट महाराज के भंडारी सुरेश शर्मा और नमरदार मोहरसिंह द्वारा दी गई, उन्होंने बताया कि बुराष् के फूलों की माला मुंजी से तैयार की जाती हैं जिसका रामायण काल से आपस में गहरा संबंध है,दर्शको को बताते चले तो शिरगुल महाराज मन्दिर के कपाट हर वर्ष छे महीने के लिए बंद हो जाते है और उस समय श्रधालुओ के जाने पर पूर्ण रूप से रोक लगाई जाती हैं और परम्परा के अनुसार विधिवत बैसाखी पर्व पर खोले जाते है, इसके बाद यात्रा फिर से शुरू हो जाती है, यह जानकारी संजीव शर्मा द्वारा दी गई